बधाई दो फिल्म समीक्षा/रिव्यु!

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Image of Bhumi Pednekar lead in the Reviewed Film
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प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसे शादीशुदा कपल की है जो अपनी Sexual Orientation छुपा कर शादी करते हैं दोनों परिवारों को उनके बारे में पता नहीं होता कि उनकी Same Sex इंटरेस्ट है दोनों शादी तो कर लेते हैं पर क्या उनकी शादी चल पाएगी? क्या उनके परिवार वालों को उनकी असलियत के बारे में पता चल पाएगा? क्या वह परिवार वालों के दबाव में आकर बच्चा पैदा करेंगे? इन सभी सवालों के जवाबों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|

टोन और थीम: इस फिल्म की टोन कॉमेडी ड्रामा है| इस फिल्म की थीम Love, Emotions and Relationships पर आधारित है फिल्म को बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश देना भी है कि हमारे बच्चे अपने माता-पिता से खुलकर अपनी शादी के बारे में बात क्यों नहीं कर पाते कि उनको शादी क्यों नहीं करनी और अगर करनी है तो किससे करनी है, क्या हमारा समाज इस तरह के संबंध और रिश्ते को खुले तौर पर अपनाने के लिए तैयार हैं?

एक्टिंग और कैरक्टर्स: शार्दुल के किरदार में राजकुमार राव ने एक जटिल रोल को बहुत ईमानदारी से निभाया है, उनका अभिनय किरदार में पूरी तरह से खो गया है, उन्होंने अपने अभिनय को शत प्रतिशत देने की कोशिश की है, उन्होंने अपनी असली पहचान को छुपाने के दुख को अपने भीतर रखकर वह जो असहाय नजर आते हैं, लेकिन कुछ कर नहीं पाते जो भावनायें उनकी अभिनय के माध्यम से चेहरे पर झलकती हैं वह लाजवाब है| सुमन के किरदार में भूमि पेडणेकर का अभिनय भी उत्तम दर्जे का है उन्होंने भी अपने रोल के साथ पूरा इंसाफ किया है जो पहचान छुपा कर अपने गम, दुख, पीड़ा को वह अपने चेहरे पर उड़ेल पाई, वह कोई नहीं समझ सकता| उन्होंने भावनात्मक दृश्यों में बहुत बढ़िया अभिनय किया है| नारायण के किरदार में गुलशन देवैया का अभिनय भी अच्छा है| रिमझिम के किरदार में चुम दारंग का अभिनय भी कमाल का है Mrs ठाकुर के किरदार में शीबा चड्ढा ने भी उत्तम दर्जे का अभिनय किया है मुझे उनके अभिनय में जरा सी भी त्रुटियां नजर नहीं आई इतनी परफेक्शन के साथ उन्होंने अपने किरदार को निभाया है सपोर्टिंग कास्ट में सभी कलाकारों ने फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने में मदद की है|

डायरेक्शन: इस फिल्म को हर्षवर्धन कुलकर्णी ने निर्देशित किया है इस फिल्म से पहले वह हंटर (2015) फिल्म को निर्देशित कर चुके हैं इस फिल्म में भी उनका निर्देशन कमाल का है, इतनी जटिल कहानी को बहुत खूबसूरती से उन्होंने निर्देशित किया है, उनका कहानी को बताने का तरीका एकदम हटकर है, फिल्म की गति थोड़ी सी धीमी है वह सभी कलाकारों से बहुत अच्छा अभिनय निकलवा पाए|

कहानी: फिल्म की अक्षत घिल्डयाल और सुमन अधिकारी ने लीक से हटकर लिखी है, इस तरह की जटिल कहानी को लिखना आसान नहीं होता और बिल्कल हट कर और अलग तरह की लिखी है|

पटकथा: अक्षत घिल्डयाल, सुमन अधिकारी और हर्षवर्धन कुलकर्णी का बहुत मजबूत है चाहे वह चरित्रों का निर्माण, गति और हाव-भाव हो, फिल्म में घटनाक्रम हो, दृश्यों का समापन हो,डायलॉग हो, सब बहुत ही दमदार लिखा है|

डायलॉग: सभी पात्रों के अनुसार अच्छे से लिखे गए हैं|

सिनेमैटोग्राफी: स्वप्निल एस सोनावणे की अच्छी है अच्छे से फिल्म को फिल्माया गया है

कैमरा का इस्तेमाल सही तरीके से किया गया है|

एडिटिंग: कीर्ति नाखवा की ठीक-ठाक है कहीं-2 पर फिल्म बोर करती और गति कहीं-2 पर धीमी है,

कुछ दृश्यों को काट कर फिल्म की लंबाई छोटी की जा सकती थी |

प्रोडक्शन डिजाइन: लक्ष्मी केलुस्कर की ठीक-ठाक है

साउंड डिजाइन: अनीश जॉन का बढ़िया है

कॉस्ट्यूम डिजाइन: रोहित चतुर्वेदी के बढ़िया है

म्यूजिक: फिल्म का ठीक-ठाक है, 2 दिन गीत अच्छे बन पड़े हैं

लिरिक्स: भी अच्छे से लिखे गए हैं

बैकग्राउंड स्कोर: हितेश सोनिक का बहुत कमाल का है फिल्म के मूड और कहानी के साथ-2 Sync करता है|

कोरियोग्राफी: विजय गांगुली की ठीक-ठाक है

फिल्मफेयर अवॉर्ड्स नॉमिनेशंस: बेस्ट एक्टर (क्रिटिक्स), एक्ट्रेस (क्रिटिक्स), बेस्ट फिल्म (क्रिटिक्स) ,

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, बेस्ट स्टोरी एंड बेस्ट स्क्रीनप्ले के नॉमिनेशंस हुए थे |

क्लाइमैक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स बहुत हटकर और अच्छा बन पड़ा है

ओपिनियन: One Time Watch!

Flaws: क्या सुमन और रिमझिम दोनों दरवाजा खोलकर सेक्स कर रही थी जब शार्दुल की मां दोनों को पकड़ लेती है

यह दृश्य गले से नीचे नहीं उतरता, बहुत बड़ी गलती है| काल्पनिक कहानी समझकर इग्नोर कर सकते हैं|

सोशल मैसेज: क्या हमारा समाज असल जिंदगी में LGBTQ Relations को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं ? क्या उनको अपनी मर्जी से शादी करने का अधिकार नहीं है? अगर बिना Interest जाने शादियां हो भी जाती हैं तो क्या वह शादियां लॉन्ग टर्म चलेगी, कोई गारंटी है ? क्या हमारा समाज ऐसी फिल्मों को परिवार के साथ देखने के लिए तैयार हैं? हमारे देश में इस तरह की शादियां अभी तक Legalized नहीं हुई है, पर पता नहीं भविष्य में होगी भी कि नहीं|

Film Cast: Rajkummar Rao, Bhumi Pednekar, Seema Pahwa, Sheeba Chaddha, Gulshan Devaiah (Spl Appearance), Chum Darang, Late Nitesh Pandey and Loveleen Mishra

Director: Harshavardhan Kulkarni, Producer: Vineet Jain

Screenplay: Akshat Ghildial, Suman Adhikary, Harshavardhan Kulkarni, Story: Akshat Ghildial, Suman Adhikary, Dialogues: Akshat Ghildial

Co-Directors: Kirti Nakhwa, Prateek Vats, Cinematography: Swapnil S Sonavane ISC, Editor: Kirti Nakhwa, Production Design: Laxmi Kaluskar, Sound Design: Anish John

Costume Design: Rohit Chaturvedi, Casting Director: Shiv Chauhan, Ashish Khare

Music: Amit Trivedi, Ankit Tiwari, Tanishik Bagchi, Khamosh Shah, Choreography: Vijay Ganguly

Lyrics: Varun Grover, Anvita Dutt, Vayu, Azeem Shirazi, Anurag Bhomia

CBFC-U/A Movietime-2h.27mins Genre-Comedy Drama Backdrop-Dehradun & Haldwani(Uttarakhand) Release Year-2022

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