Nothing like what you’re expecting!
प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसी लड़की की है, जो डांसर होती है पर बिन ब्याही मां बन जाती है, और कौन से कारण रहे होंगे जिससे मां बन जाती है, उसका सपना तो हीरोइन बनने का था ऐसा उसकी जिंदगी में क्या हुआ कि वह हीरोइन बनने का सपना भी त्याग देती है| क्या उसके माता-पिता उसे और उसके बच्चे को स्वीकार करेंगे? क्या हमारा समाज बिन ब्याही मां को स्वीकार करेगा? क्या उसके बच्चे को पिता का नाम मिल पाएगा? इन सभी सवालों को जानने के लिए फिल्म देखें|
टोन और थीम: यह फिल्म कॉमेडी ड्रामा टोन पर आधारित है, इसकी थीम इमोशंस और केयरिंग पर है, इसको बनाने का मकसद मनोरंजन करना है लेकिन मनोरंजन के साथ-साथ इमोशंस का भी भरपूर तड़का लगाया गया है|
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: मिमी के किरदार में कृति सेनन ने क्या जबरदस्त, दमदार और लाजवाब अभिनय किया है, यह रोल उनके अब तक के फिल्मी करियर का सबसे कठिन और मजबूत है, विश्वास ही नहीं होता कि यह कृति सेनन है, जो कि अपने रोल में पूरी तरह से खो जाती हैं और पूरी जान डाल दी है, चाहे उनका हास्य रस हो, फेस एक्सप्रेशंस हो, डायलॉग डिलीवरी हो, और राजस्थानी भाषा का एसेंट हो, राजस्थानी ड्रेसेस हो, इमोशनल सींस हो, इतनी परफेक्शन के साथ और क्लेरिटी से क्या अभिनय किया है, फिल्म में देखते ही बनता है, इस रोल को निभाने के लिए उनको बहुत सराहना मिली है| पांडे के किरदार में पंकज त्रिपाठी का अभिनय भी शानदार है, वह कॉमेडी रोल निभाने में मास्टर है, उनका अभिनय भी बहुत ही संपूर्णता से भरा हुआ है, उनके रोल निभाने में कहीं से भी कोई कमी नजर नहीं आती, इस रोल को निभाने में उन्होंने अपना पूरा हंड्रेड परसेंट दिया है| शमा के किरदार में साई तम्हनकर का अभिनय भी बहुत बढ़िया है, उनकी और मिनी की जुगलबंदी लाजवाब है, जितना रोल उनको मिला उन्होंने अपने रोल में कोई कमी नहीं छोड़ी, सपोर्टिंग रोल्स में सुप्रिया पाठक,मनोज पाहवा, एवलिन एडवर्ड्स और एडन व्हीटॉक का अभिनय भी बढ़िया है, इन सभी का अभिनय भी कहानी को मजबूत बनाता है|
डायरेक्शन: इसको लक्ष्मण उतेकर ने निर्देशित किया है, और वह एक सफल सिनेमेटोग्राफर भी है, इससे पहले इन्होंने मराठी में तापाल(2014), लालबागची रानी(2016) का निर्देशन किया है, और हिंदी में लुकाछिपी(2019), ज़रा हटके ज़रा बचक(2023) का निर्देशन किया है और तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया(2024) की सिनेमेटोग्राफी की है, अगर इनका रिकॉर्ड देखे तो वह दोनों डिपार्टमेंट्स में सबसे ज्यादा सफल नज़र आते है, ऐसे लोग फिल्म इंडस्ट्री में विरले नज़र आते है, सभी फिल्में एक से एक बढ़कर बनाई है यह भी उसी कैटेगरी में आती है, पूरी फिल्म में उनकी पकड़ है शुरू से लेकर अंत तक उन्होंने फिल्म को कहीं से भी पटरी से उतरने नहीं दिया, उन्होंने छोटी-छोटी बारीकियां पर भी पूरा ध्यान दिया गया है|
कहानी-पटकथा: लक्ष्मण उतेकर और रोहन शंकर दोनों ने मिलकर लिखा है कहानी तो मराठी फिल्म मालाआई वहेचाई पर आधारित है, पर पटकथा को बहुत ही बढ़िया से लिखा गया है और कही से कोई कमी भी नज़र नहीं आती|
डायलॉग: रोहन शंकर के बहुत ही मजेदार, हंसी दिला देने वाले और राजस्थानी एक्सेंट वाले है|
सिनेमैटोग्राफी: आकाश अग्रवाल की बढ़िया है, एरियल व्यूज से अच्छे से शहर को दिखाया गया है,
कैमरे को सभी डिग्री में घुमाकर फिल्माया गया है, शहर की गलियों को अच्छे से दिखाया गया है|
एडिटिंग: मनीष प्रधान की बहुत ही जानदार है, शुरू से लेकर अंत तक पकड़ मजबूत और गति तेज है
फिल्म एक पल के लिए भी बोर नहीं करती, दर्शक को जिज्ञासा रहती है, कि अब आगे क्या होगा और वह पूरी फिल्म में अपनी सीट से बंधा रहता है|
कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य परम सुंदरी की बहुत शानदार है, और विजय गांगुली रिहाई दे की बढ़िया है
कॉस्ट्यूम डिजाइन: शीतल शर्मा ने बैकड्राप और राजस्थानी कल्चर के अनुसार बहुत ही बढ़िया डिजाइन किए गए हैं
प्रोडक्शन डिजाइन: सुब्रत चक्रबर्ती और अमित रे का बढ़िया है, पुराने घर के बनाए गए सेट्स अच्छे हैं
साउंड डिजाइन: बायलोन फोंसेका का बहुत ही शानदार है, सिंकिंग बहुत ही कमाल की है|
म्यूजिक एंड बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान के बारे में कुछ कहने और बताने की जरूरत ही नहीं है
बहुत ही अच्छा फिल्म के मूड के हिसाब से उन्होंने बनाया है|
लिरिसिस्ट: अमिताभ भट्टाचार्य ने गीत अच्छे लिखे हैं, दोनों ही परम सुंदरी और रिहाई दे|
क्लाइमैक्स: बहुत ही बढ़िया बन पड़ा है|
ओपिनियन: मस्ट वॉच! जितनी बार देखो उतनी बार कम है | बहुत ही बढ़िया है, आपका बार बार देखने का मन करेगा|
मैसेज: सरोगेसी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो कि गलत है कहानी को काल्पनिक मानकर इग्नोर कर सकते हैं|
रियल लाइफ में इसको फॉलो ना करें वैसे भी शुरआत में डिस्क्लेमर तो डाल ही दिया जाता है|
67th फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: इस फिल्म को 6 नॉमिनेशंस मिले थे, नेशनल अवार्ड और फिल्मफेयर अवार्ड,दोनों ही फिल्म ने दो और तीन अवार्ड्स जीते थे, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, बेस्ट एडिटिंग, बेस्ट म्यूजिक, बेस्ट कोरियोग्राफी(परम सुंदरी), बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर श्रेया घोषाल(परम सुंदरी), में से बेस्ट एक्ट्रेस कृति सेनन ,बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर पंकज त्रिपाठी, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस साई तम्हनकर ने अवार्ड जीते|
69th नेशनल अवार्ड में फिल्म ने बेस्ट एक्ट्रेस कृति सेनन (आलिया भट्ट को गंगूभाई काठियावाड़ के साथ)
और बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर पंकज त्रिपाठी ने जीता|
CBFC-U/A Movietime-2h.13m Genre-Comedy Drama Backdrop-Rajasthan Release-2021
फ़िल्मकास्ट: कृति सेनन, पंकज त्रिपाठी, साई तम्हनकर, सुप्रिया पाठक, मनोज पाहवा, एवलिन एडवर्ड्स और एडन व्हीटॉक
प्रोडूसर: दिनेश विजन, जिओ स्टूडियोज और कृति सेनन, डायरेक्टर: लक्ष्मण उतेकर, साउंड डिज़ाइन: बायलोन फोंसेका, कास्टूम डिज़ाइन: शीतल शर्मा, म्यूजिक एंड बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान, प्रोडक्शन डिज़ाइन: सुब्रत चक्रबर्ती और अमित रे, एडिटर: मनीष प्रधान, सिनेमेटोग्राफी: आकाश अग्रवाल, कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, विजय गांगुली, लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य, डायलॉग्स: रोहन शंकर, स्टोरी एंड स्क्रीनप्ले: लक्मण उतेकर, रोहन शंकर, डायरेक्टर: लक्मण उतेकर
Awesome