“जान बचाने की जंग”
CBFC-U/A Movietime-2h.7mins Genre-Thriller Drama Backdrop-Dehradun Release Year-2022
Remake of Malayalam Film HELEN by Mathukutty Xavier
प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसी लड़की की कहानी पर बनी है जो बिन मां की बेटी है वह अपने पिता के साथ रहती है और Doon’s Kitchen रेस्टोरेंट में जॉब करती है एक रात उसके साथ ऐसी घटना होती है जिससे वह अपने घर नहीं पहुंच पाती और गायब हो जाती है उसके पिता और बॉयफ्रेंड उसे ढूंढते हैं पर वह नहीं मिलती उसका फोन भी बज रहा है पर वह फोन पिकअप नहीं कर पा रही क्या उसके पिता उसे ढूंढ पाएंगे? क्या पुलिस वाले उसकी तलाश कर पाएंगे? क्या वह जीवित है या मर गई है ? इन सभी सवालों के जवाबों के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी
टोन और थीम: यह फिल्म थ्रिलर ड्रामा टोन पर आधारित है जिसमें संघर्ष और इमोशंस का मिश्रण है फिल्म की थीम Survival है जो fighting लाइफ पर आधारित है इस फिल्म का उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ संघर्ष को भी दिखाना है जो अपनी जान बचाने के लिए लड़ती है
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: मिली के रोल में जानवी कपूर का अभिनय बहुत दमदार है पूरी फिल्म उस पर ही बनी है और उन्होंने फिल्म में अपने अभिनय की छाप छोड़ी है उनको बहुत मजबूत रोल निभाने को मिला है अपनी जिंदगी को बचाने के लिए वह कैसे अंत तक संघर्ष करती और लड़ती हुई परदे पर दिखी है वह बिल्कुल भी हार नहीं मानती इस फिल्म में उन्होंने अभिनय को लेकर ऊंचाइयों को छुआ है ऐसे कठिन रोल को निभाना इतना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने अपने रोल को पूरा 100 % देने का प्रयास किया| पिता की भूमिका में मनोज पाहवा का अभिनय भी अच्छा है बेटी को खो देने का दर्द और पीड़ा उनके चेहरे पर बखूबी झलकती है उनको बहुत पछतावा होता है कि काश वह अपनी बेटी के Phone Calls को पिकअप कर लेते| वह रात को पूरे शहर में दर-दर भटकते, इधर-उधर पुलिस थाने के चक्कर मारते हुए बेटी को ढूंढते हैं, लेकिन कहीं से उनको कोई उम्मीद नजर नहीं आती| समीर की भूमिका में सनी कौशल का अभिनय औसत दर्जे का है, वह एक प्रतिभावान अभिनेता विकी कौशल के छोटे भाई हैं अभी उनको अभिनय की बारीकियों को सीखना पड़ेगा, इंस्पेक्टर की भूमिका में संजय सूरी का अभिनय भी ठीक-ठाक है| मेहमान भूमिका में सीमा पाहवा और जैकी श्रॉफ का एक ही दृश्य है
डायरेक्शन: इस फिल्म को मुथुकुट्टी जेवियर ने निर्देशित किया है यह उनकी First Hindi Film Debut Directorial है| इससे पहले वह हेलेन फिल्म को मलयालम भाषा में बना चुके हैं जिसके लिए उन्हें ऐसे Debut Directorial का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है यह उनकी मलयालम फिल्म हेलन की ही रीमेक है, फिल्म की गति थोड़ी धीमी है लेकिन फिल्म को देखकर दर्शक चिंता में पड़ जाते है कि मिली बचेगी भी की नहीं| कहानी को उन्होंने बहुत सरलता से बताया है शुरू से लेकर अंत तक उनकी फिल्म पर पकड़ है
कहानी पटकथा डायलॉग: फिल्म की ठीक-ठाक है पटकथा भी संतुलित है डायलॉग भी अच्छे हैं
एडिटिंग: इस फिल्म में एडिटिंग ठीक-ठाक, साफ सुथरी है फिल्म स्लो पेस है पर कहीं कहीं बोर भी करती है फिल्म थोड़ी कट कर छोटी की जा सकती थी
सिनेमाटोग्राफी: भी अच्छी है
म्यूजिक एंड बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान का संतुलित है
साउंड डिजाइन: ठीक-ठाक है
प्रोडक्शन डिजाइन: भी संतुलित है
कॉस्ट्यूम डिजाइन: ठीक-ठाक है
क्लाइमैक्स: अच्छा बन पड़ा है
ओपिनियन: वन टाइम वॉच! जो ऑफबीट फिल्में देखना पसंद करते हैं
Flaw: फोन की रिंग लगातार बज रही है लेकिन वह फोन पिकअप नहीं कर रही
तो लोकेशन से पता लगाया जा सकता था कि वह कहां पर है
फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: बेस्ट एक्ट्रेस फीमेल
Filmcast: Janhvi Kapoor, Manoj Pahwa, Sunny Kaushal and Sanjay Suri
Produced: Zee Studios and Bayview Projects Present, Director: MathuKutty Xavier, Casting Director: Vishwas Kumar, Costume Designer: Gayatri Thadani, Gunpreet Kaur Mann, Production Design: Apurwa Sondhi, Editor: Monisha R baldwana, Sound Design: Leslie Fernandes (The Audio factory) , Adapted Screenplay and Dialogues: Ritesh Shah, Written: (Original from Helen), Alfred Kurian Joseph, MathuKutty Xavier and Noble Babu Thomas, Creative Director: Nobel Babu Thomas, Cinematography: Sunil Karthikeyan, Lyricist: Javed Akhtar, Original Songs and Background Score: A.R.Rahman