पुरानी यादों की रोशनी
An Illuminati Films Presents in association with EROS international
Casting:- Saif Ali Khan, Deepika Padukone, Rishi Kapoor, Rahul
Khanna, Florence Brudenell-Bruce, Dolly Ahluwalia, Raj Zutshi, Vir das
Introducing:- Giselli Monteiro
प्लॉट – यह फिल्म एक ऐसे लड़के ”जय” और लड़की ”मीरा” की कहानी है |
जो अनजानों की तरह मिलते है,घूमते है | डांस पार्टीज और रेस्टोरेंट में जाते है | हुक्स अप करते है | ना दोनों में प्यार है, ना ही रिलेशनशिप है, फिर भी mutually ब्रेक अप कर लेते है|
मीरा इंडिया में आ जाती है और जय वही रह जाता है | दोनों आपसी रजामंदी से touch में रहने का वादा करते है | जय को london में गर्ल फ्रेंड और मीरा का दिल्ली में बॉय फ्रेंड बन जाता है |
”वीर सिंह” की कहानी साथ साथ parallel चलती रहती है | एक ही फिल्म में तीनों कहानियाँ चलन में है | क्या मीरा की शादी अपने बॉयफ्रेंड से होगी?
जय की अपनी दूसरी गर्ल फ्रेंड से होगी ? क्या वीर सिंह का मिलन हरलीन से हो पाएगा ? दोबारा जय और मीरा मिल पाएंगे ? क्या मीरा और जय की शादी हो पाएगी ? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी |
थीम– इस फिल्म की थीम रोमांटिक ड्रामा है | इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ साथ यह भी है, कि आजकल की युवा पीढ़ी प्यार और रिश्ते को लेकर क्या सोचती है ?
अगर हम इसे युवा आधारित फिल्म कहे तो अतिशियोक्ति नहीं होगी |
एक्टिंग और चरित्र– जय और वीर सिंह की भूमिका में ”सैफ अली खान” ने डबल रोल निभाया है| जिसमें वीर सिंह को जवानी का ऋषि कपूर को दिखाया गया है, सैफ अली खान का अभिनय काबिले तारीफ़ है, एक जटिल किरदार को उन्होंने बहुत बढ़िया ढंग से निभाया | चाहे वह जय हो या वीर सिंह हो दोनों किरदारों में उन्होंने अपना 100 % देने का प्रयत्न किया है | मीरा के किरदार में ”दीपिका पादुकोण” का अभिनय भी लाजवाब कहा जाएगा | इस समय दीपिका करियर को दो साल ही हुए है, कि उन्हें बहुत ही मजबूत और हट के भूमिका निभाने को मिली है |और दीपिका ने बहुत सहज तरीके से भूमिका को निभाया चाहे, डांसिंग स्किल हो या डायलॉग्स बोलने की कला हो, कॉमिक टाइमिंग हो, भावनात्मक दृश्य हो, उन्होंने हर इमोशंस को परदे पर दिखाया है | वीर सिंह की भूमिका में ऋषि कपूर का अभिनय भी अच्छा कहा जाएगा | एक सिख की भूमिका निभाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई होगी, क्योकि वह खुद एक पंजाबी परिवार से सम्बन्ध रखते है | Supporting casts में विक्रम ”राहुल खन्ना” हरलीन ”गिसेल्ली मोंटेरो” जो “फ्लोरेंस बरुदेनेल ब्रूस” हो सभी भूमिकाओं ने कहानी को आगे बढ़ाने में कही भी किसी तरह की कसर नहीं छोड़ी | मेहमान भूमिका में बूढी हरलीन ”नीतू कपूर ” का में एक दृश्य भी है |
रिटेन एंड डायरेक्शन– फिल्म का निर्देशन ”इम्तिआज़ अली” ने किया है | उन्होंने फिल्म की कहानी-पटकथा संवाद लिखे है | इस फिल्म से पहले उन्होंने ”सोचा न था”, ”जब भी मेट”जो की कमर्शियल ब्लॉकबस्टर थी, को निर्देशित किया है | दोनों फिल्में कमाल की थी | Captain of the ship का रोल बहुत ही बढ़िया तरीके से निभाया | और पूरी फिल्म पर उनकी पकड़ मजबूत है |
कहानी-पटकथा–संवाद– बहुत मजबूत है | संवाद भी बहुत ही कमाल के लिखे है, शब्दों का चयन सभी चरित्रों के अनुसार है | कहानी एक नए concept को लेकर बनायीं गयी है,ऐसी कहानी पहले कभी नहीं पर्दे पर आयी |
सिनेमाटोग्राफी– नटराजन सुब्रमणियम की उत्तम दर्जे की है |
लंदन, दिल्ली,और सन फ्रांसिस्को शहरों को उन्होंने बखूबी परदे पे सुन्दर तरीके से दिखाया है |
फिल्म के सभी दृश्य अच्छे से फिल्माए गए है | आसमान से लिए गए दृश्य तो कमाल के है |
कोरियोग्राफी– सभी गानों की बढ़िया है, चाहे डांस सांग हो इमोशनल सांग हो या पंजाबी सांग्स हो आदि |
”चोर बाज़ारी” गाने की Bosco Caesar ने कोरियोग्राफी कमाल की की है |
एडिटंग– आरती बजाज की कासी हुई है,और फिल्म का pace भी फ़ास्ट है |
दृश्यों की arrangements एंड cutting भी सही की गयी है |
म्यूजिक-”प्रीतम” ने म्यूजिक बहुत ही मधुर धुन में बाँधा है| विशेषकर कुछ गीत जैसे ”चोर बाज़ारी”
इसके अलावा ”यह दूरियां” वैसे ही ”अज दिन चड्डिया” के साथ-२ ”मैं क्या हूँ” ”आहूं आहूं”
उसी अंदाज़ में ”ट्विस्ट” बहुत ही बढ़िया बन पड़े है |
Overall Full album का म्यूजिक अच्छा है |
लिरिक्स- सभी गीतों को ”इरशाद कामिल” ने लिखा है | अच्छे से संगीतबद्ध किया गया है |
फिल्म की थीम और टोन के हिसाब से समकालीन लिखा गया है |
बैकग्राउंड स्कोर– भी फिल्म की थीम से अच्छे से sync करता हुआ बनाया गया है |
वेशभूषा-फिल्म की लुक एंड फील के हिसाब से विशेषकर दीपिका पादुकोण के अच्छे है |
साउंड डिज़ाइन– भी बढ़िया है |
प्रोडक्शन डिज़ाइन– ठीक ठाक है |
पॉपुलर डायलॉग्स – Mango people और तू हमेशा correct बात बोल देती है जानेमन !
Negative Points:- ”चोर बाज़ारी” गाने में दीपिका पादुकोण की ड्रेस और पर्स का रंग बदल जाते है| गाने के बीच में पर्स को फ़ेंक देती है| जैसे ही गाना खत्म होता है वैसे ही हाथ में फिर पर्स आ जाता है|
फिल्म के शुरू में ऋषि कपूर को 2 सीन्स में इग्नोर कर दिया गया है| तीसरे सीन से उनको इंट्रोडस किया गया है पता नहीं ऐसा क्यों किया गया |
इंटरनल होने से 15 -20 मिनट्स पहले 3 गाने बैक टू बैक डाल दिए गए है| इंटरवल के बाद फिर एक गाना आ जाता है|
Film fare Awards 2009 Nominations
Best Film | Love Aaj Kal | Nominated | ||
Best Director | Imtiaz Ali | Nominated | ||
Best Story | Imtiaz Ali | Nominated | ||
Best Screenplay | Imtiaz Ali | Nominated | ||
Filmfare Awards | 27 February 2010 | Best Dialogue | Imtiaz Ali | Nominated |
Best Actor | Saif Ali Khan | Nominated | ||
Best Actress | Deepika Padukone | Nominated | ||
Best Music Director | Pritam | Nominated | ||
Best Lyricist | Irshad Kamil for “Aj Din Chadheya” | Won | ||
Best Male Playback Singer | Rahat Fateh Ali Khan for “Aj Din Chadheya” | Nominated | ||
Best Female Playback Singer | Sunidhi Chauhan for “Chor Bazaari” | Nominated | ||
Best Choreography | Bosco-Caesar for “Chor Bazaari” | Won |
Awesome
Thank you very much my better half.
Superb excellent explanation.
Thank you very much for your compliment. thanks for your support and making my day happy.
Very nice bhaiya… bhot achi review writing hai… wonderful 👍
Wonderful…nice review writing bhaiya 👍
Thanks babli